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दिल्ली में निजी स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी फीस वृद्धि के खिलाफ अभिभावकों का गुस्सा चरम पर है। अब इस मुद्दे पर सियासी घमासान भी तेज हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस मामले को लेकर दिल्ली की सत्ताधारी बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला बोला है और उस पर निजी स्कूलों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है।
AAP नेता और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“चार इंजन वाली भाजपा सरकार ने महज चार महीने में दिल्ली की मिडिल क्लास को जून की तपती गर्मी में सड़कों पर ला दिया है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार जो नया ऑर्डिनेंस (कानून) लाने की तैयारी कर रही है, वह अभिभावकों के हितों की बजाय निजी स्कूल मालिकों के हितों को संरक्षण देने वाला है।
सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
“अब अभिभावक सरकार से कह रहे हैं – सरकार थोड़ा दिल दिखाओ, अब तो अपना बिल दिखाओ।”
AAP का दावा: सरकार जिम्मेदारी से भाग रही है
आम आदमी पार्टी का कहना है कि इस प्रस्तावित बिल के जरिए बीजेपी सरकार खुद को जिम्मेदारियों से मुक्त कर लेगी और इससे हर साल बगैर किसी रोक-टोक के स्कूल फीस में बढ़ोतरी होती रहेगी।
सौरभ भारद्वाज ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी के सत्ता में आते ही दिल्ली के अधिकतर निजी स्कूलों ने फीस में बेतहाशा वृद्धि कर दी। उन्होंने कहा कि कई बार अभिभावकों ने इस बारे में शिकायतें भी कीं, लेकिन अब तक किसी भी स्कूल ने फीस वापस नहीं की है।
DPS द्वारका का उदाहरण देकर सरकार को घेरा
DPS द्वारका का उदाहरण देते हुए भारद्वाज ने कहा:
“इस स्कूल में अभिभावकों ने विरोध जताया, लेकिन आज तक कोई FIR भी दर्ज नहीं हुई। इससे साफ है कि सरकार पूरी तरह से निजी स्कूल संचालकों के साथ खड़ी है।”
निष्कर्ष
दिल्ली में स्कूल फीस को लेकर अभिभावक सड़कों पर हैं और आम आदमी पार्टी इसे चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। वहीं बीजेपी सरकार पर निजी संस्थानों के पक्ष में काम करने के आरोप लग रहे हैं। अब देखना यह होगा कि क्या केंद्र सरकार इस बिल में संशोधन करती है या इसे इसी रूप में पारित किया जाता है।
