
महाराष्ट्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां तीन घरेलू सहायिकाओं ने मिलकर एक बुजुर्ग व्यक्ति को विश्वास में लेकर 85.5 लाख रुपये के सोने की चोरी को अंजाम दिया। यह पूरी वारदात तीन महीने तक बेहद सूक्ष्म तरीके से अंजाम दी गई, जिसमें सोने के गहने, बिस्किट और सिक्के शामिल थे।
पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को इस मामले की जानकारी साझा करते हुए बताया कि चोरी नेरुल क्षेत्र में स्थित बुजुर्ग के घर पर अप्रैल से जून के बीच हुई। तीनों महिलाएं उसी समय घर में नौकरानी के रूप में कार्यरत थीं।
बुजुर्ग की नजरें चकमा खा गईं
नेरुल पुलिस थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीनों आरोपियों ने बड़ी चतुराई से बुजुर्ग की नजरों से खुद को दूर रखा और रोज़ के घरेलू कार्यों की आड़ में लगातार सोने की चोरी करती रहीं। उन्होंने बताया कि महिलाओं ने करीब 900 ग्राम सोने के जेवर, बिस्किट और सिक्के चुरा लिए जिनकी अनुमानित कीमत 85 लाख 50 हजार रुपये है।
तीन में से दो आरोपी नेरुल की निवासी हैं, जबकि तीसरी महिला मुंबई के रेलवे क्वार्टर में रहती है। तीनों ने सुनियोजित तरीके से घर के कीमती सामान पर हाथ साफ किया।
IPC की धारा के तहत केस दर्ज, जांच जारी
पुलिस ने बताया कि सोमवार को तीनों महिलाओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 381 (नौकर द्वारा नियोक्ता की संपत्ति की चोरी) के तहत केस दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि चोरी का सोना कहां और कैसे खपाया गया।
