
सर्वजन होता है सर्वजन सुखाय देश के निर्माण के लिए उद्देश्यों के लिए डॉक्टर साहब भीमराव अंबेडकर ने आजीवन संघर्षों के आधार पर मानवतावादी संविधान दिया है
पहले कांग्रेस पार्टी की केंद्र में रही अब केंद्र में बीजेपी की नेतृत्व में एनडीए सरकार के लोगों ने भी इन दोनों पार्टी होने की सामर्थ कौन है ज्यादातर अपनी अपनी पार्टी के विचारधारा राजनीतिक स्वार्थ के तहत संविधान में समय-समय पर गैर जरूरी परिवर्तन किए हैं
जिसकी अंबेडकरवादी पार्टी बसपा निंदा करती है
कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी सरकार गलत नीति के तहत और लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी चली चलती रहती ह
संविधान संशोधन आदि मामलों में ये दोनों पार्टियों दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और दोहरा चरित्र अपना आती है अंदर-अंदर एक हो जाती है
आदिवासी दलित पिछड़ों के लिए अन्य वर्गों के लिए भी
भारतीय संविधान से छेड़छाड़ नहीं करना चाहिए
अब किसी और प्रकार का छेड़छाड़ करना ठीक बात नहीं है संविधान में
वोटर लिस्ट में भी समय-समय पर सुधार की बात की जा रही है
चुनाव आयोग को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए सभी राजनीतिक पार्टियों को विश्वास में लेकर बंगाल के साथ साथ पूरे देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं है
जिसे हमारी पार्टी बर्दाश्त करने वाले नहीं
ये दुखद है कि देश को भारतीय संविधान के मामले में बार बार अप्रिय परिस्थिति का सामना करना पड़ता है
बीएसपी को इन पार्टी के विरुद्ध ऐसा लगता है हमें भी आवाज उठानी होगी अगर इन्होंने संविधान विरोधी चरित्र नि बदला
अगर ऐसा चल तो दबे कुचले लोग विकार सेक्शन जिन्हें भारतीय संविधान के तहत मौका मिला उन्हें आगे आना होगा
देश के कई राज्य में भाषा के नाम पर की जा रही राजनीति ठीक नहीं
संविधान की मूल भावना के अनुसार सभी भाषाओं को सम्मान देना जरूरी
भाषा को लेकर बहस होना गलत बात नहीं लेकिन पार्टी का टकराव भाषा को लेकर नहीं होना चाहिए
केंद्रीय चुनाव आयोग को अपनी स्थिति स्पष्ट करना चाही और सभी राजनीतिक पार्टी को विश्वाश में लेकर चलना चाहिए
देश में धार्मिक कार्यक्रमों को लेकर जो जातीय उन्माद टकराव और हिंसकों स्थिति उत्पन्न की जा रही और दलित और अन्य वर्ग का जो उत्पीड़न किया जा रहा ये भी अच्छी बात नहीं
राजनैतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए अगर संविधान के विरुद्ध कार्य होगा तो
बरदाश्त नहीं करेंगे
बंगाल सहित पूरे देश में महिलाएं। सुरक्षित नहीं
आतंकवादी घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र सरकार को तैयारी के साथ रहना चाहिए देश में सर्वसमाज के हित एवं कल्याण हेतु संवर्जिन हिताय और सर्वजन सुखाए एवं देश के निर्माण के लिए पवित्र उद्देश्यों के लिए बाबा साहब ने मानवतावादी बेहतरीन संविधान दिया
पहले कांग्रेस पार्टी ने और अब पिछले कुछ वर्षों से बीजेपी सरकार के लोगों ने देशहित पर कभी भी पूरी ईमानदारी और निष्ठा से अमल नहीं किया
इन दोनों पार्टी और समर्थकों ने ज्यादातर अपनी अपनी पार्टी के विचारधारा और राजनीतिक स्वार्थ के तहत संविधान में गैर जरूरी परिवर्तन किए हैं
बीएसपी कड़े शब्दों में निंदा करती है
महिलाओं किसान गरीबों को यही लगता है कांग्रेस पार्टी ने शुरू में और बीजेपी ने भी गलत नीति जनविरोधी लोगों को ध्यान हटाने के लिए चाल चलती रहती है
इनकी सभी गलत नीति काले कर्म जनता पर थोपने और संविधान संशोधन मामले दोनों पार्टियां जुबान पर कुछ और दिल में कुछ और अन्दर अंदर एक हो जाती
आरक्षण सम्बन्धी मामले देश के दलितों पिछड़ों के लिए
भारतीय संविधान की पवित्रता हमेशा बनी रहे
इन दोनों पार्टी के कार्यकलापों से जाहिर होता ये अंदर ही अन्दर मिलकर बाबा साहब के संविधान को बदलकर पुराने जातिवादी ढांचे में बदलना चाहती
