
संपत्ति के लिए रचा गया था पूरा षड्यंत्र
गोरखपुर की रहने वाली साहिबा बानो ने सोशल मीडिया के जरिए मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी इंद्र कुमार तिवारी को प्रेमजाल में फंसा लिया। इंद्र कुमार 18 एकड़ ज़मीन का मालिक था और शादी न हो पाने को लेकर उसका एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ था। इसी वीडियो को देखकर साहिबा ने संपत्ति हड़पने की साजिश रची।
पहले ही कर चुकी थी प्रेम विवाह, फिर बनाई नई पहचान
साहिबा ने पहले देवरिया के कौशल कुमार से प्रेम विवाह किया था। फिर योजना के तहत कौशल को अपना भाई और खुद को ‘खुशी तिवारी’ बताकर फर्जी आधार कार्ड भी बनवाया। इसके बाद कौशल को जबलपुर भेजा गया, जिसने इंद्र को अपनी बहन से शादी करने के लिए राजी किया।
गोरखपुर बुलाया और करवाया फर्जी सिंदूरदान
इंद्र कुमार 3 जून को गोरखपुर आया, जहां होटल में साहिबा (अब खुशी तिवारी) ने सिंदूरदान कर विवाह का नाटक किया। इसके बाद संपत्ति वारिस बनाए जाने का हलफनामा भी बनवाया गया, जिसमें खुशी और उसका भाई (असल में पति कौशल) को इंद्र की संपत्ति का उत्तराधिकारी बताया गया।
नींद की गोलियां खिलाकर कर दी निर्मम हत्या
5 जून को गोरखपुर से इंद्र को लेकर अभियुक्त कुशीनगर के कसया स्थित होटल पहुंचे। रात को खाना (पनीर राइस) में नींद की गोलियां मिलाकर इंद्र को बेहोश किया गया। फिर अगले दिन 6 जून को कुशीनगर के सुकरौली में चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी गई और शव को झाड़ियों में फेंक दिया गया।
शव की हुई पहचान, पुलिस ने सुलझाया राज
6 जून को सुकरौली के मझना नाले के किनारे एक युवक का शव मिला था, जिसकी गर्दन में चाकू धंसे थे। फोटो को सेंट्रल पोर्टल पर अपलोड करने के बाद जबलपुर में दर्ज गुमशुदगी से मैच हुआ और शव की पहचान इंद्र कुमार तिवारी के रूप में हुई।
तीन गिरफ्तार, जेवरात और दस्तावेज बरामद
हाटा कोतवाली पुलिस, स्वाट टीम और सर्विलांस की संयुक्त कार्रवाई में साहिबा बानो उर्फ खुशी, उसका पति कौशल कुमार गोंड, और तीसरा साथी समसुद्दीन अंसारी गिरफ्तार किए गए। इनके पास से:
- मृतक का मोबाइल, आधार और एटीएम कार्ड
- 18 एकड़ जमीन की खतौनी
- शादी के लिए लाए गए 2 लाख रुपये के जेवर
- वारदात में इस्तेमाल की गई कार बरामद की गई।
एसपी कुशीनगर का बयान
एसपी संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि यह हत्या पूरी तरह पूर्व नियोजित थी। सोशल मीडिया पर मिली जानकारी के आधार पर एक निर्दोष व्यक्ति को झूठी शादी के बहाने बहला-फुसलाकर उसकी संपत्ति हड़पने और जान लेने का घिनौना कृत्य किया गया। उन्होंने लोगों से अपील की कि निजी जानकारी सोशल मीडिया पर सार्वजनिक करने से बचें।
