
राज्यसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा की शुरुआत करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान, आतंकवाद और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) को लेकर कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान अपनी ज़मीन से आतंकियों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठा सकता, तो भारत खुद कार्रवाई करने को पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने कहा, “भारतीय सेना केवल अपनी सीमा में ही नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर सीमा पार जाकर भी आतंकवाद का खात्मा करने में सक्षम और तत्पर है।“
रक्षा मंत्री ने इस मौके पर पहलगाम हमले की याद दिलाई, जिसमें 22 अप्रैल को 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने इस हमले के मास्टरमाइंड समेत तीन आतंकवादियों को हाल ही में मार गिराया है।
राजनाथ सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का प्रतीक है। यह अभियान अभी केवल ‘कॉमा’ है, ‘पूर्णविराम’ नहीं। अगर पाकिस्तान ने दोबारा कोई आतंकी हरकत की, तो अगला जवाब देने में एक पल की भी देर नहीं होगी।“
उन्होंने तीनों सेनाओं के तालमेल की सराहना करते हुए कहा, “आज का भारत सहन करने वाला नहीं, माकूल जवाब देने वाला राष्ट्र है।“
POK की वापसी का जताया भरोसा
राजनाथ सिंह ने पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि एक दिन POK भारत का अभिन्न हिस्सा बनेगा। वहां के लोग खुद भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में शामिल होने की इच्छा जताएंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “यदि देश की जनता का आशीर्वाद और ईश्वर की इच्छा रही, तो पीओके के लोगों की घर वापसी अवश्य होगी। मैं तारीख नहीं बता सकता, पर वह दिन जरूर आएगा जब POK के लोग कहेंगे—मैं भी भारत हूं।“
आतंक के संरक्षकों पर हमला
रक्षा मंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान और आतंकवाद के समर्थकों पर तंज कसते हुए कहा, “आज नाग पंचमी है, और सांप को दूध आज पिलाया जाता है—हर दिन नहीं। कुछ लोग ऐसे हैं जो रोज़ ज़हर पालते हैं, उन्हें पहचानने की ज़रूरत है।“
उन्होंने सवाल उठाने वालों को जवाब देते हुए कहा, “कुछ लोग पूछते हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत POK को कब्ज़े में क्यों नहीं लिया गया। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि वक्त आने पर वह भी होगा।“
