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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। पुलिस ने उस केस का खुलासा किया है जिसमें 19 मई को नारियल पानी बेचने वाले युवक की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। जांच में पता चला कि यह हत्या कोई सामान्य आपसी रंजिश नहीं, बल्कि 10 साल पुराने विवाद का बदला थी। इस मामले में मुख्य आरोपी सहित पांच युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
2015 की रंजिश बनी हत्या की वजह
पूर्वी लखनऊ के पुलिस उपायुक्त शशांक सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में मनोज नामक व्यक्ति ने सोनू कश्यप की मां पर हमला किया था। दोनों परिवार एक ही मकान में किराए पर रहते थे, वहीं से यह विवाद शुरू हुआ था। घटना के बाद मनोज और उसके पिता मकान खाली करके वहां से चले गए थे। उस वक्त मनोज और उसके पिता रमाकांत के खिलाफ गुडंबा थाने में एनसीआर दर्ज की गई थी।
मनोज को देखकर उभरी पुरानी कड़वाहट
मई 2025 में सोनू ने जब मनोज को माही मेडिकल स्टोर के पास नारियल पानी बेचते देखा तो उसे पुराने अपमान की याद आ गई। गुस्से में आकर सोनू ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर मनोज को सबक सिखाने की योजना बनाई। अगले ही दिन, हथियारों से लैस होकर आरोपी मनोज के ठेले के पास पहुंचे और उस पर लोहे की रॉड और डंडों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। गंभीर चोटें लगने के कारण मनोज की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
हमले के बाद मनाई शराब पार्टी
अपर पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार सिंह के अनुसार, हत्या को अंजाम देने के बाद सोनू और उसके साथियों ने शराब खरीदी और जश्न मनाया। उन्हें खुशी थी कि उन्होंने एक दशक पुरानी रंजिश का बदला ले लिया। मामला पहले अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दर्ज किया गया था। लेकिन पुलिस की चार टीमों ने सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों को ट्रैक कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी और साजिश की जानकारी
गिरफ्तार किए गए युवकों में सोनू कश्यप उर्फ अनूप कुमार (निवासी: गुडंबा कल्याणपुर), सन्नी कश्यप (आदिलनगर), सलामू (विकासनगर), रंजीत कुमार और रहमत अली शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की योजना और घटना को लेकर सारी जानकारी दी। सोनू ने बताया कि जब उसने मनोज को दुकान लगाते देखा, तो उसे बीते दिनों की घटनाएं याद आ गईं। उसी वक्त उसने बदला लेने की ठानी और अपने साथियों को लेकर हमला कर दिया।
