
उत्तर प्रदेश सरकार जल्द ही एक ऐसी तकनीकी प्रणाली लागू करने जा रही है, जिससे मुख्यमंत्री कार्यालय, सभी विभाग और ग्राम पंचायतें एक साझा डिजिटल नेटवर्क से जुड़ जाएंगी। इस योजना को “वन स्टेट, वन नेटवर्क” के नाम से तैयार किया जा रहा है, जिस पर आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग काम कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य राज्य को तकनीकी रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। बुधवार को आईटी मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने इस संबंध में जानकारी दी।
अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री ने बताया कि सचिवालय, जिलों के मुख्यालयों और ग्राम सभा स्तर तक सभी शासकीय इकाइयों को एक मजबूत डिजिटल प्रणाली से जोड़ा जाएगा। इससे कार्य प्रणाली में पारदर्शिता, गति और समन्वय बेहतर होगा। डेटा सुरक्षा और सूचना संप्रेषण प्रणाली को और प्रभावी बनाने के लिए इस योजना पर तकनीकी विशेषज्ञों और विभिन्न एजेंसियों के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है।
राजधानी में बनेगी उत्तर भारत की पहली एआई सिटी, कई शहरों में होगा विस्तार
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की बढ़ती भूमिका को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश की राजधानी में एआई सिटी की स्थापना की जा रही है। मंत्री ने बताया कि इसके लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया चल रही है और भविष्य में अन्य शहरों में भी एआई सिटीज स्थापित की जाएंगी।
इसके साथ ही, राज्य सरकार इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग नीति भी लागू करने जा रही है। इसके तहत अब वे सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और पुर्जे, जो अब तक विदेशों से मंगाए जाते थे, उत्तर प्रदेश में ही बनाए जा सकेंगे। इससे प्रदेश में निवेश को बढ़ावा मिलेगा, नई कंपनियां आएंगी और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
विपक्ष पर मंत्री का हमला, कहा– ‘सपा केवल परिवार की पार्टी’
राजनीतिक चर्चा के दौरान मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने समाजवादी पार्टी पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण के मामलों में केवल कुछ व्यक्ति नहीं, बल्कि पूरा एक नेटवर्क सक्रिय है, और सरकार किसी को भी बख्शने वाली नहीं है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्ष प्रदेश के विकास कार्यों में जानबूझकर बाधाएं खड़ी करता है। स्कूल मर्जर और अन्य निर्णयों को लेकर हो रहे विरोध पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा एक कार्यकर्ताओं की पार्टी है, जबकि सपा परिवारवाद की राजनीति करती है।
