
उत्तराखंड में चर्चित छांगुर बाबा धर्मांतरण मामले की जांच अब विशेष जांच टीम (SIT) को सौंप दी गई है। देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने इस केस की गंभीरता को देखते हुए अपने बंगले पर तैनात इंस्पेक्टर राजेश शाह को एसआईटी का प्रभारी नियुक्त किया है। जांच टीम में दोनों संबंधित थानों के थानाध्यक्षों के अलावा एक एएसआई को भी शामिल किया गया है।
इस बीच, फरार चल रहे आरोपियों की खोज में एसओजी को भी सक्रिय किया गया है। देहरादून पुलिस अब तक किसी आरोपी को हिरासत में नहीं ले पाई है, जबकि यूपी एटीएस ने कुछ नामजद आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। अब उन्हें बी वारंट के जरिए उत्तराखंड लाने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
धर्मांतरण के जाल में फंसी उत्तराखंड की दो युवतियां
उत्तर प्रदेश से संचालित छांगुर गैंग का धर्मांतरण नेटवर्क अब उत्तराखंड तक फैल चुका है। इस गिरोह की साजिश में राज्य की दो युवतियों को निशाना बनाया गया। यूपी एटीएस की जांच से सामने आया कि 21 जुलाई को रानीपोखरी क्षेत्र में एक युवती को सोशल मीडिया के जरिए बहलाकर उसका नाम बदलकर ‘मरियम’ रख दिया गया था। हालांकि, गिरोह की योजना के बावजूद वह अपने घर से भागी नहीं।
इस मामले में पांच आरोपियों को नामजद किया गया है, जबकि कुछ अन्य संदिग्धों की पहचान भी की जा चुकी है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, देहरादून में पढ़ाई कर रही बरेली की एक और युवती के धर्म परिवर्तन की बात सामने आई। उसे नया नाम ‘सुमैया’ दिया गया। वह 2022 में इंस्टाग्राम के जरिए आयशा उर्फ कृष्णा के संपर्क में आई, जिसने उसे इस्लामिक साहित्य उपलब्ध कराया।
विदेशी नेटवर्क से भी जुड़ी कड़ियां
बरेली की पीड़िता को कश्मीर की एक युवती से जोड़ा गया, जिसने उसे ऑनलाइन धार्मिक शिक्षा दी। रमजान के दौरान पीड़िता कश्मीर गई थी, जहां उसकी मुलाकात कुछ युवकों से हुई। इसके बाद उसे एक इंस्टाग्राम ग्रुप में जोड़ा गया, जिसमें पाकिस्तान, मिस्र, यूके और दुबई के सदस्य शामिल थे।
2022 में युवती का धर्मांतरण कराया गया। इसके बाद वह पाकिस्तान के मौलवी तनवीर अहमद के संपर्क में आई, जिसने उसे ऑनलाइन वीडियो कॉल के जरिए धार्मिक शिक्षा दी। वहीं, दुबई निवासी तहसीन से भी वह जुड़ गई, जो देहरादून के सुलेमान का मित्र था। जांच में पता चला कि युवती ने इन मौलवियों को रुपये भी भेजे, जिनकी व्यवस्था सुलेमान ने कराई थी।
SIT ने दर्ज किए पीड़िताओं के बयान
एसआईटी ने दोनों युवतियों के विस्तृत बयान दर्ज कर लिए हैं। उन्होंने बीते तीन वर्षों में अपने साथ हुई हर घटना को सिलसिलेवार तरीके से बताया है। एसएसपी अजय सिंह का कहना है कि बाकी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई है, और यूपी एटीएस के सहयोग से जांच को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
