लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भागीदारी भवन, गोमतीनगर में विमुक्त जाति दिवस समारोह में भाग लिया। इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि “वास्तव में ये जातियां(विमुक्त) कौन हैं? ये वो जातियां हैं जिन्होंने देश में विदेशी हमलों को रोकने के लिए योद्धा के रूप में काम किया।
सीएम योगी ने कहा कि जब ब्रिटिश सरकार ने देखा कि ये जातियां उन्हें लंबे समय तक शासन नहीं करने देंगी, तो उन्होंने आपराधिक जनजाति अधिनियम 1871 बनाया और भारत की उन सभी योद्धा जातियों को आपराधिक जनजाति घोषित करके उनके जीवन के साथ छल किया। 31 अगस्त 1952 को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के प्रयासों से इन सभी जातियों को आपराधिक जनजाति से मुक्ति मिली, जिसके बाद उन्हें आगे बढ़ने का अवसर भी मिला।
सीएम योगी ने कहा कि पहले की सरकारों के पास फुर्सत नहीं थी कि ‘वनटांगिया’ के लिए कुछ कर सकें, हमारी सरकार ने उन्हें राजस्व गांव का दर्जा दिया। आज योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के प्रत्येक व्यक्ति को मिल रहा है। हमें घुमंतू जातियों का बोर्ड बनाने की आवश्यकता है।
