
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और राष्ट्रपति ने इसे स्वीकार भी कर लिया है। अब नज़रें टिकी हैं इस बात पर कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा। फिलहाल इसको लेकर स्थिति साफ नहीं है। भारतीय संविधान के मुताबिक, उपराष्ट्रपति का पद खाली होने पर जल्द से जल्द चुनाव कराया जाना आवश्यक होता है। लेकिन अब तक चुनाव की तारीख की कोई घोषणा नहीं हुई है।
इसी बीच राजनीतिक गलियारों में कुछ नामों की चर्चा जोरों पर है, जो धनखड़ की जगह ले सकते हैं। आइए नजर डालते हैं उन प्रमुख चेहरों पर जो इस पद की दौड़ में हैं:
नीतीश कुमार
बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए लगातार चर्चा में बना हुआ है। एनडीए के सहयोगी नेता उपेंद्र कुशवाहा तक ने उनका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अपनी जिम्मेदारी अगली पीढ़ी को सौंप देनी चाहिए।
इस बीच यह भी संकेत मिल रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है — क्या नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनकर गरिमामय विदाई लेंगे या मुख्यमंत्री पद पर ही बने रहेंगे? अभी इस पर सस्पेंस बना हुआ है।
वीके सक्सेना
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना भी संभावित नामों में शामिल हैं। उन्हें इस पद पर आए अभी तीन साल ही हुए हैं, लेकिन राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में उनकी छवि मजबूत हुई है।
कॉरपोरेट बैकग्राउंड से आने वाले सक्सेना ने दिल्ली में केजरीवाल सरकार की कई नीतियों पर कठोर रुख अपनाया है। दिल्ली जल बोर्ड की नियुक्तियों पर लिए गए फैसलों ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया था।
मनोज सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी इस दौड़ में एक प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। 6 अगस्त को उनका कार्यकाल पूरा हो रहा है, ऐसे में समय भी उनके पक्ष में है।
पूर्व रेल राज्य मंत्री और उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता सिन्हा को अनुच्छेद 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थिरता लाने में अहम भूमिका निभाने वाला चेहरा माना जाता है।
हालांकि उनके कार्यकाल के दौरान पहलगाम में हुआ आतंकी हमला एक बड़ा धब्बा माना जा रहा है, जिसमें 25 पर्यटकों की जान गई थी।
